स्मार्ट मीटर लगने में हो रही हीलाहवाली से मीटर रीडरों की बल्ले बल्ले
जालौन से ब्रजेश उदैनिया के साथ आशीष द्विवेदी व हरिओम प्रजापति की रिपोर्ट
0-मीटर रीडर तथा स्मार्ट मीटर लगाने बाली कंपनी की मिलीभगत से उपभोक्ताओं का हो रहा शोषण
जालौन। स्मार्ट मीटर लगने में हो रही हीलाहवाली से मीटर रीडरों की बल्ले बल्ले।आखिर उपभोक्ताओं को इन मीटर रीडरों के उत्पीड़न से कब मिलेगी निजात।नगर मैं स्मार्ट मीटर लगाने का काम कई महीने पहले प्रारंभ हो गया था लेकिन स्मार्ट मीटर लगाने में बहुत शिथिलता बरती जा रही थी और वहीं मीटर रीडर भी इन स्मार्ट मीटर लगाने में हो रही हीलाहवाली से जमकर खुशी मना रहे।इससे ऐसा प्रतीत होता है कि मीटर रीडर और स्मार्ट मीटर लगाने बाली कंपनी मे आपस में मिली भगत से बिजली उपभोक्ताओं का जमकर उत्पीडन हो रहा है।जिन घरो में स्मार्ट मीटर नहीं लगा है उन घरों मे कहीं ना कहीं मीटर रीडर द्वारा मना किया गया है जिसके चलते उनकी अच्छी खासी कमाई हो रही है और वह अपनी जेबें भी भर रहे है। वहीं दूसरी तरफ स्मार्ट मीटर लगाने वाली कंपनी ने नगर में लगभग 4 महीने पूर्व स्मार्ट मीटर लगना शुरू किया था और अभी तक नगर में लगभग 700 स्मार्ट मीटर ही लगाये गये हैं। अगर इस गति से स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे तो पूरे नगर में कई वर्ष लगगे और तब तक मीटर रीडर तथा कंपनी अपनी मिलीभगत से उपभोक्ताओं की जेबों मे डाका डालते रहेंगे। नगर में उपभोक्ताओं लगभग 10 हजार से अधिक है और इस गति से मीटर लगे तो स्वंय ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितना समय लग जायेगा। कमर्शियल डायरेक्टर आगरा ने स्मार्ट मीटर लगने की समीक्षा की थी तो उन्होंने नाराजगी जताते हुये मीटर लगाने वाली कंपनी को जल्द से जल्द मीटर लगाए जाने के सख्त निर्देश दिए इसके बाबजूद भी कंपनी के कानों में जूं तक नहीं रेंगी।अगर उन्होने मीटर जल्द लगा दिये तो उनकी मीटर रीडरों से मिलकर हो रही कमाई समाप्त हो जायेगी। जब इस संदर्भ में जालौन के जे.ई नवीन कंजोलिया से बात की तो उन्होंने बताया की मीटर लगाने वाली कंपनी को आदेश किया गया है की मीटर लगाने में तेजी लाएं और जल्द से जल्द मीटर लगाए। उन्होंने बताया कि अभी तक नगर में 700 मीटर ही लगाए जा सके हैं वहीं प्रतिदिन लगभग अब 20 से 25 मीटर प्रतिदिन लगाए जा रहे हैं।
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