दहेज लोभी ससुराली जनों द्वारा कुचक्र रच बहू को फंसाना चाहते झूठे मुकदमों में, बहू व मासूम नाती को घर से करना चाहते बेदखल
उरई(जालौन)। दहेज लोभी ससुरालीजनो ने पहले दहेज के लिए विवाहिता को प्रताड़ित किया और उससे बारह लाख रूपये व आर्टिका कार की मांग की। और दहेज लोभी ससुरालीजन शिवमंगल दौहलिया व सीताशरण दौहलिया ने विवाहिता से बोला कि मेरा लड़का आई०ए०एस, आई०पी०एस व पी०सी०एस तथा अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाता है लाखों रूपये कमाता है तुम्हारे घर वालो ने मेरे बेटे और मेरे परिवार की हैसियत के अनुसार दहेज नही दिया है । सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार कोतवाली उरई मुहल्ला नया रामनगर निवासी शिवमंगल दौहलिया ने अपने पुत्र रविशंकर दौहलिया का विवाह 20 लाख रूपये का दहेज लेकर बाबई निवासी सोनू उर्फ सौम्या पाराशर से बर्ष 2018 में विवाह किया था। लेकिन विवाह के कुछ माह बाद से ही अतिरिक्त दहेज में बारह लाख रूपये व आर्टिका कार की मांग निरन्तर ससुरालीजनो द्वारा जिनमे ससुर शिवमंगल, चाचा ससुर सीताशरण,ननद रीना पत्नी राजेश ब्यास, बुआ सास किशोरी बुटोलिया,तथा अन्य परिवारजनो ने मिलकर की। जब अतिरिक्त दहेज की मांग पूरी नही हुई तो ससुरालीयों ने विभिन्न तरह के हथकंडे अपना कर बहू को शारीरिक एवं मानसिक यातनाएं देनी शुरू दी और झूठी कहानी गढ़कर बेटे रविशंकर द्वारा तलाक का मुकदमा कोर्ट मे दायर कर बिना तलाक लिए अपने बेटे रविशंकर दौहलिया की दुसरी शादी करवा दी। तब 6 महीने के मासूम रेयांस को लेकर पीड़ित बहू ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई तथा परिवार परामर्श केन्द्र के चक्कर काटे लेकिन राजनैतिक संरक्षण प्राप्त दबंग ससुरालियों के दवाब मे पुलिस ने पीड़ित बहू की रिपोर्ट नही लिखी जिस कारण पीड़ित बहू अपने मासूम के बेटे रेयांस के हक के लिए न्यायालय की शरण ली। बौखलाये ससुरालियों ने न्यायालय द्वारा भरण पोषण के मुकदमे की रिकबरी पैतृक सम्पत्ति से न हो इस लिए ससुर शिवमंगल ने मासूम नाती के हक को छीन कर भूमिहीन करते हुये सम्पत्ति का विक्रय कर दिया। इतना ही नही ससुरालीजनो ने मासूम नाती रेयांस तथा बहू सोनू को घर से बेघर करने के लिए फर्जी कुटरचित बसीयत तैयार कराकर मकान अपने भाई सीताशरण के नाम कर दिया जिससे मासूम के सिर से छत भी छीन ली है। जब बहू ने इनके कारनामो का चिट्ठा रखते हुये न्यायालय को सच्चाई बताते हुये अपना पक्ष रखा जिसमे शिवमंगल दौहलिया बौखला गये और उन्हे अपनी जालसाजी तथा मुकदमे मे हार का डर सताने लगा तो परिवारिक मर्यादा को कलांकित करते हुये वह गैर कानूनी तरीके अपना कर बहू को न्यायालय आते जाते समय परेशान करते है एवं अपने सहयोगी गौरव दुबे पुत्र रामेश्वर दयाल के साथ मिलकर डराने धमकाने लगे तथा 10 मार्च 2025 को बहू को मुकदमो मे पीछे न हटने पर अभद्र भाषा और अश्लीलता करते हुये गाली गलौच कर हत्या करने की धमकी देकर हाथापाई करने लगे तथा झूठे मुकदमो में फंसाने का कुचक्र रचने का प्रयास रहे हैं। इसको लेकर पीड़ित बहू ने पुलिस से शिकयत कर न्याय कीगुहार लगायी।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें