सांसारिक मोह माया से मुक्त करती है परमात्मा में आसक्ति-पुरुषोत्तम कृष्ण

फोटो परिचय-गहोई भवन में भागवत कथा कहते पुरुषोत्तम कृष्ण शास्त्री 

फोटो परिचय-कथा श्रवण करते श्रद्धालु 

कोंच से वरिष्ठ पत्रकार पीड़ी रिछारिया की रिपोर्ट
* सप्तम दिवस विश्राम वेला में सुदामा चरित्र की कथा सुनाई
कोंच। गहोई भवन में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ में बुधवार को सप्तम दिवस की विश्राम वेला में कथा व्यास पुरुषोत्तम कृष्ण शास्त्री जी महाराज ने सुदामा चरित्र की कथा सुनाते हुए कहा कि परमात्मा बिना मांगे ही भक्तों को सब कुछ प्रदान कर देता है। जिस प्रकार भगवान द्वारिकाधीश ने अपने परम भक्त और बालसखा सुदामा को बिना मांगे ही दो लोकों का ऐश्वर्य प्रदान कर दिया था। उन्होंने कहा, परमात्मा में आसक्ति मनुष्य को सांसारिक मोह माया से मुक्त करने वाली है और जीव भव बंधन से पार पा जाता है। कथा व्यास ने कहा, सुदामा भगवान द्वारिकाधीश के परम भक्त और बालसखा हैं। साधनहीन होते हुए भी वह भगवान में पूरी तरह आसक्त हैं और भगवान का गुणगान करते हुए भिक्षा में जो कुछ भी मिल जाता उसी में संतुष्ट रहते हुए वह अपनी गृहस्थी चला रहे हैं। एक बार जिद करके उनकी पत्नी ने उन्हें द्वारिकाधीश के पास जाने के लिए विवश कर दिया। उनकी पत्नी ने पड़ोसियों से मांग कर लाए गए तंदुल एक पोटली में बांध कर सुदामा को दे दिए। हरिनाम स्मरण करते हुए जैसे तैसे वह द्वारिकापुरी जहां द्वारिकाधीश ने उनका भव्य स्वागत किया। द्वारिकाधीश ने सुदामा की कांख में दबी पोटली लेकर दो मुट्ठी तंदुल अपने मुख में डाल कर उन्हें दो लोकों का ऐश्वर्य प्रदान कर दिया। अंत में कथा परीक्षित पुरुषोत्तमदास तरसौलिया व उनकी पत्नी सुधा ने भागवत जी की आरती उतारी, प्रसाद वितरित किया गया।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

आई एस अधिकारी की पत्नी व कालपी की बहू डा.अपर्णा सिंह ने मिसेज यूपी का जीता खिताब

शिक्षक ने लूटी नाबालिग छात्रा की अस्मत

पुलिस ने जमीन के फर्जी बैनामा काण्ड में दस लोगों को गिरफ्तार किया