पूजा के लिए लोगों का रुझान मिट्टी की देसी मूर्तियों पर

फोटो परिचय-दुकान पर लक्ष्मी गणेश की मूर्तियां देखते लोग 

कोंच से वरिष्ठ पत्रकार पीड़ी रिछारिया की रिपोर्ट
* पूजा के लिए कुबेर, सरस्वती और काली जैसे देवी देवता भी पहुंच रहे हैं घरों में
कोंच। मंहगाई की मार से आम आदमी भले ही त्रस्त हो और उसकी जेब भी खाली हो लेकिन दीपावली के त्योहार पर सुख और समृद्घि की कामना के चलते पर्व मनाने में लोगों के उत्साह में बिल्कुल भी कमी नहीं है। बाजारों में भी रौनक हैै और लगभग सभी बाजार भीड़ से ठसाठस भरे हैं। पूजा के लिए लोग चायनीज के बजाए मिट्टी की देसी मूर्तियां खरीदने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं। लक्ष्मी गणेश के साथ कुबेर, सरस्वती और काली माता की मूर्तियां भी लोग घर ले जा रहे हैं।
लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों की कीमतें गत बर्ष के मुकाबले डेढ गुना ज्यादा है लेकिन पूजा के लिए हर सनातनी घर में और व्यवसायिक प्रतिष्ठान पर मूर्तियां पहुंच रहीं हैं। बाजारों की रौनक और भीड़भाड़ देखने लायक है। अपनों की दीवाली मनवाने की लोगों की सोच के चलते देसी और अपनी मिट्टी से बने लक्ष्मी-गणेश बहुतायत में घरों में पहुंच रहे हैं। सस्ती होने के बावजूद चायनीज मूर्तियों की बिक्री घटी है। लोगों का रुझान देसी की तरफ दिखाई दे रहा है। वैभव और समृद्घि की देवी लक्ष्मी और विघ्नहर्ता लंबोदर गणेश की प्रतिमाओं के अलावा लक्ष्मीजी के कोषाध्यक्ष कुबेर, सरस्वती और काली मां की मूर्तियां भी लोग बड़े ही श्रद्घाभाव से पूजन के लिए ले जा रहे हैं। गौरतलब है कि दीपावली पर्व को सनातनी परंपरा में त्योहारों का राजा कहा गया है, इस दिन के लिए लोग दशहरा के बाद से ही तैयारियों में जुट जाते हैं और दीपावली आते आते अपने घरों और प्रतिष्ठानों को लीप पोत कर चकाचक कर लेते हैं ताकि जब सुख समृद्घि घर में प्रवेश करे तो गंदगी देख कर कहीं लौट न जाए। दीपावली पर घरों और प्रतिष्ठानों में लक्ष्मी-गणेश पूजन के दृष्टिगत बाजारों में लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों की सैकड़ों दुकानें सजीं हैं। स्थानीय कुंभकारों द्वारा निर्मित मूर्तियां इस दफा बाजारों की खास रौनक हैं। खजुराहो, कानपुर, लखनऊ, इटावा, आगरा, औरैया, राजनगर आदि जगहों से भी मूर्तियां मंगाई गई हैं।

इंसेट में- 
फोटो परिचय-सीओ अर्चना सिंह व कोतवाल अरुण कुमार राय की अगुवाई में बाजार में भ्रमण करती पुलिस 

बाजारों में पुलिस की चहलकदमी से शंट रही जेबकतरों की हवा 
कोंच। दीपावली के दो दिन पहले से बाजारों में अच्छी खासी भीड़भाड़ रहने को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने जिस तरह की किलेबंदी की और सभी बाजारों में हर क्षण पुलिस की चहलकदमी से एक तरफ जहां जेबकतरों टप्पेबाजों और अराजक तत्वों की हवा शंट रही वहीं दूसरी तरफ दुकानदारों के साथ साथ खरीदारी करने बाजारों में आए ग्राहकों ने पुरसुकून माहौल में अपना-अपना काम किया। बाजारों में देखा गया कि चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात रही। सीओ अर्चना सिंह व कोतवाल अरुण कुमार राय थानेदारों और पुलिस जवानों के साथ लगातार बाजार की गलियों में गश्त करते नजर आ रहे थे जो इस बात का भी द्योतक कहा जा सकता है कि पुलिस ने व्यापारियों को पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था देने का जो वादा किया था उस पर पुलिस खरी उतरी है।

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