फायरिंग की घटना के बाद तीतरा में पुलिस तैनात, गांव की गलियों में पसरा सन्नाटा
रिपोर्ट- कोंच से पी.डी. रिछारिया वरिष्ठ पत्रकार
* आठ गए जेल, यादव पक्ष के पांच और पटेल पक्ष के तीन लोग
* चौकी इंचार्ज ने दोनों पक्षों के बीस लोगों के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर
कोंच। पुरानी रंजिश को लेकर तीतरा खलीलपुर गांव में रविवार की रात हुई जबर्दस्त फायरिंग के बाद एहतियातन गांव में पुलिस तैनात कर दी गई है। घटना को लेकर गांव में अभी भी दहशत का माहौल है, गलियों में सन्नाटा पसरा हुआ है। भेंड़ चौकी इंचार्ज शिवनारायण वर्मा ने दोनों पक्षों के बीस लोगों के खिलाफ संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई है। इनमें तेरह पटेल और सात यादव पक्ष के लोग हैं। खास बात यह है कि इस घटना में तीतरा खलीलपुर के अलावा अन्य गांवों के लोग भी शामिल हैं। मौके से रात में हिरासत में लिए गए आठ लोगों को सोमवार को जेल भेज दिया गया है।
तीतरा खलीलपुर की घटना को पुलिस ने काफी गंभीरता से लिया है और कड़ी कार्रवाई करते हुए दोनों पक्षों के बीस लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास समेत तमाम संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। खास बात यह है कि इसमें पुलिस ने किसी भी पक्ष से तहरीर नहीं ली है बल्कि इलाकाई भेंड़ चौकी इंचार्ज शिवनारायण वर्मा ने अपनी ओर से ही पटेल पक्ष के 13 तथा यादव पक्ष के 7 लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 504, 506, 307 तथा सीएनए एक्ट में एफआईआर पंजीकृत कराई है। जिन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है उनमें तीतरा गांव से इतर कुछ बाहरी लोग भी शामिल हैं जिससे घटना की गंभीरता का साफ पता चलता है। जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है उनमें पटेल पक्ष के वीरबहादुर, मनीष, पंकज, अशोक, मनोज, विवेक, विपिन, छोटेराजा, रामराजा, अनूप पटेल सभी निवासी तीतरा खलीलपुर व राघवेंद्र पटेल, दीपू पटेल निवासी ग्राम क्योलारी, अंश पटेल निवासी बदऊंआ तथा यादव पक्ष के जसवंत उर्फ जगन्नाथ, महेंद्र उर्फ पप्पू, राजेंद्र, बलवीर सिंह, रोहित, गुली निवासी ग्राम तीतरा, ब्रजेंद्र यादव निवासी बदऊंआ शामिल हैं। जिन लोगों को जेल भेजा गया है उनमें पांच यादव गुली यादव, जसवंत उर्फ जगन्नाथ, महेंद्र उर्फ पप्पू, राजेंद्र व बलवीर और तीन वीरबहादुर, मनीष व पंकज पटेल पक्ष के लोग शामिल हैं।
गौरतलब है कि रविवार देर शाम कोतवाली क्षेत्र के गांव तीतरा खलीलपुर में दो पक्षों जिनमें एक पक्ष यादवों और दूसरा पक्ष पटेलों का है, के बीच पुरानी रंजिश को लेकर जबर्दस्त फायरिंग हो गई थी जिससे गांव और आसपास के इलाके में दहशत फैल गई, लोग घरों में दुबक गए। इन दोनों पक्षों में करीब अट्ठारह दिन पहले भी लट्ठ चले थे जिसमें एक गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हुई थी और यादव पक्ष की तहरीर पर पटेल पक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी। प्रत्यक्षदर्शियों की अगर मानें तो दोनों ओर से करीब तीस राउंड फायरिंग हुई थी। पुलिस ने मौके से दो तीन 312 बोर के कारतूसों के खोखे भी बरामद किए थे। एएसपी असीम चौधरी और सीओ रामसिंह रात में ही मौके पर पहुंच गए थे।
इंसेट में-
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एएसपी असीम चौधरी |
कार्रवाई ऐसी होगी कि आइंदा इस तरह की घटनाएं करना भूल जाएंगे दोनों पक्ष
कोंच। एएसपी असीम चौधरी ने इस घटना को लेकर कड़े शब्दों में कहा, ऐसी कार्रवाई होगी कि आइंदा ऐसी घटनाएं करना भूल जाएंगे दोनों पक्ष। दरअसल, तीतरा खलीलपुर में दो पक्षों में फायरिंग होने की घटना पर अपर पुलिस अधीक्षक असीम चौधरी भी रात में ही मौका-ए-वारदात पर पहुंच गए थे। उन्होंने इस पूरे मामले को चुनावी रंजिश में हुई घटना बताते हुए कहा कि जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली, पुलिस तत्काल ही मौके पर पहुंच गई थी। कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है जबकि कुछ भागे हुए हैं। पुलिस उनके पीछे लगी है, उन्हें भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। दोषियों के खिलाफ इतनी सख्त कार्रवाई की जाएगी कि भविष्य में इस तरह की घटना को अंजाम देने की कभी सोच भी नहीं पाएंगे।
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सीओ रामसिंह |
जांच चल रही है, जो भी असलहे घटना में प्रयुक्त हुए होंगे उनके निरस्तीकरण की कार्रवाई होगी
कोंच। तीतरा में दो पक्षों में हुई फायरिंग की घटना को लेकर सीओ रामसिंह का रुख काफी सख्त नजर आ रहा है। उन्होंने कहा, पूरे मामले की गहराई से जांच पड़ताल चल रही है। जांच में असलहों को लेकर जो भी तथ्य प्रकाश में आएंगे कि घटना में कौन से शस्त्र प्रयुक्त हुए हैं उनकी वैलेस्टिक जांच कराई जाएगी और शस्त्र लाइसेंस निरस्त कराने के लिए जिलाधिकारी महोदय को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
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