बागी उम्मीदवार खेल बिगाड़ रहे हैं भाजपा और एआईएमआईएम प्रत्याशियों का


कोंच से पी. डी. रिछारिया वरिष्ठ पत्रकार

कोंच। कोंच पालिकाध्यक्ष पद पर प्रत्याशियों के बीच चल रहे मुकाबले में बागी प्रत्याशियों ने जो टांग अड़ाई है उसने भाजपा और एआईएमआईएम के उम्मीदवारों का खेल बिगाड़ कर रख दिया है। इन बागियों की वजह से दोनों प्रत्याशियों को वोटों का अच्छा खासा नुकसान हो रहा है।

कोंच पालिकाध्यक्ष पद पर आठ उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं जिनमें दो दलों भाजपा और एआईएमआईएम के बागी प्रत्याशी भी खम ठोंक रहे हैं। भाजपा में टिकिट दावेदारों की लंबी चौड़ी फेहरिस्त में विज्ञान विशारद सीरौठिया भी शामिल थे लेकिन पार्टी ने प्रदीप गुप्ता को टिकिट देकर अपना अधिकृत प्रत्याशी बनाया है। इसके बाद विज्ञान विशारद सीरौठिया ने बतौर निर्दलीय प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल कर दिया। भाजपा उनका पर्चा वापस करा पाने में कामयाब नहीं हो सकी जिसके चलते वह फिलहाल चुनाव मैदान में हैं और भाजपा के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं। इधर, एआईएमआईएम ने डॉ. संजीव निरंजन को अपना अधिकृत उम्मीदवार घोषित कर अपना चुनाव निशान पतंग उन्हें दे दिया लेकिन टिकिट मांग रहे एक और दावेदार काजी सिराज उद्दीन ने बगावत का झंडा बुलंद कर दिया और वे बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इतना ही नहीं, एआईएमआईएम के यहां जो संस्थापक सदस्य या पदाधिकारी थे उनमें से ज्यादातर ने पार्टी पर टिकिट बेचने के गंभीर आरोप लगा कर ऐलानिया तौर पर पार्टी का साथ छोड़ दिया और बागी प्रत्याशी सिराज के साथ हो लिए। इस स्थिति ने एआईएमआईएम प्रत्याशी को खासा मुश्किल में डाल रखा है। ऐसे में यह देखना बाकई दिलचस्प होगा कि ये दोनों प्रत्याशी इन मुश्किलों से पार पाने के लिए कौन सी तिकड़म भिड़ाते हैं। हालांकि सपा का टिकिट कटने और नामांकन वापस होने से पार्टी के वरिष्ठ नेता सरनाम सिंह यादव भी नाराज हैं और बगावती सुर आलाप कर भाजपा का झंडा उठाए घूम रहे हैं लेकिन अपने प्रभाव वाला कितना वोट वह भाजपा के पक्ष में कन्वर्ट करा पाते हैं, यह देखने वाली बात होगी।

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