फार्म जमा मे पुलिस व्यवस्था न होने पर तहसील परिसर मे भगदड जैसा माहौल
जालौन से बृजेश उदैनियां की रिपोर्ट
०-अगर समय रहते प्रशासन न चेता तो कोई भी घटना हो सकती है घटित
जालौन।अपने धन को विभिन्न प्राइवेट कंपनियों में निवेश कर दुगनी चौगुनी धन की वापसी के लालच में सैकड़ों की संख्या में लोग तहसील परिसर में सुबह 5:00 बजे से ही अपने फार्म जमा करने के चक्कर में लाइन में खड़े होकर इंतजार करने कर रहे हैं तो वही पुलिस व्यवस्था ना होने से लोग एक दूसरे से धक्का-मुक्की करने में लगे जिससे दिव्यांग कमजोर बुजुर्ग आदि लोग को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उपस्थित लोगों ने स्थानीय प्रशासन तथा पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाते हुए लापरवाही बरते जाने का आरोप लगाया। अपने धन को दुगनी चौगुनी करने के चक्कर में विभिन्न कंपनियों में लोगों ने अपनी मेहनत मजदूरी की गाढ़ी कमाई को जमा इस उद्देश्य किया था कि वे बुरे वक्त में काम आएंगे।लेकिन उन्हें क्या पता था कि तमाम कंपनियां उसकी गाढ़ी कमाई को लेकर रफूचक्कर हो जाएगी।ये सारी कंपनियां लोगों के धन को लेकर भाग गई जिसको लेकर लोगों ने तमाम शिकायतें की लड़ाई झगड़े किये एजेंटों के साथ मारपीट हुई। अंत में सरकार ने कंपनियों में निवेश करने वालों का एक आकलन करने के उद्देश्य उनके फॉर्म जमा कराये जाने की घोषणा की और सरकार की मंशा के तहत जनपद की सभी तहसीलों में काउंटर खोले गए। जिस पर प्राइवेट कंपनियों में जमा करने वाले निवेशको द्वारा फार्म जमा कराये जा रहे है।फार्म जमा करने वालों में तहसील परिसर की खिड़कियों पर लंबी-लंबी कतारें सुबह से ही लग जाती हैं।जबकि 10:00 बजे के बाद उन काउंटरों पर कर्मचारी आते हैं लेकिन पीड़ित लोग सुबह 5:00 बजे से ही लाइनों पर लंबी कतारों में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते हैं। सोमवार को भी ऐसे ही नजारा देखने को मिला पुलिस प्रशासन तथा स्थानीय प्रशासन की व्यवस्था दुरुस्त ना होने पर लंबी कतारों के बावजूद भी लोग एक दूसरे के ऊपर चढते नजर आ रहे थे धक्का-मुक्की कर रहे थे। इस प्रकार की दशा को देख विकलांगों तथा कमजोर वृद्ध लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।उपस्थित लोगों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए पुलिस प्रशासन की व्यवस्था करनी जानी चाहिए थी।
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