'इक चिरैया छोड़ घोंसले को उड़ि उड़ि जाए, मोरी चिरैया नन्ही सी चिड़िया अंगना में फिर आ जाए'
कोंच से पी. डी. रिछारिया वरिष्ठ पत्रकार
* बेटियों की धूम रही एमपीडीसी के युवा महोत्सव में
कोंच। मथुरा प्रसाद महाविद्यालय में चल रहे तीन दिवसीय 'सृजन'युवा महोत्सव एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम में दूसरे दिन बेटियों की धूम रही। डांसिंग प्रतियोगिता की सिंगल और ग्रुप परफॉर्मेंस में कमोवेश सभी प्रस्तुतियां छात्राओं द्वारा ही दी गईं। 'इक चिरैया छोड़ घोंसले को उड़ि उड़ि जाए, मोरी चिरैया नन्ही सी चिड़िया अंगना में फिर आ जाए' के जरिए कन्या भ्रूण हत्या रोकने की थीम कंपटीशन में एक सकारात्मक और उम्दा प्रयास था।
महाविद्यालय से सेवा निवृत्त चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी वनमाली के मुख्य आतिथ्य तथा दिवंगत कर्मचारी रवींद्र रायकवार की पत्नी जनका देवी के विशिष्ट आतिथ्य में संजोए गए दूसरे दिन के कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ. प्रोफेसर नरेश कुमार ने कहा कि इन शिक्षणेत्तर गतिविधियों से निपट कर सभी विद्यार्थी पढ़ाई पर पूरा फोकस करें ताकि निकट भविष्य में होने वाली विश्वविद्यालयीन वार्षिक परीक्षा में वे न केवल अच्छे नंबरों से पास हो सकें बल्कि विश्वविद्यालय स्तर पर भी अपना नाम प्रतिभाशाली विद्यार्थियों की फेहरिस्त में शामिल करा सकें। इससे पूर्व छात्राओं ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में सहभागिता कर दि वेस्ट देने की कोशिश की। निर्णायक मंडल के सदस्यों अतुल शर्मा, रजनी डेंगरे व डॉ. नीता रेजा ने छात्र छात्राओं को डांसिंग की बारीकियां तो समझाईं ही, अतुल शर्मा ने तो बाकायदा डांस करके स्टेप बताए। क्विज प्रतियोगिता भी संपन्न कराई गई जिसमें निर्णायक की भूमिका डॉ. हरिश्चंद्र तिवारी ने निभाई। संचालन अभिषेक रिछारिया ने किया। इस महोत्सव के संयोजक डाॅ. सुरेंद्रसिंह, डाॅ. टीआर निरंजन, राघवेंद्र सिंह, डाॅ. ओमप्रकाश यादव, डाॅ. हरिश्चंद्र तिवारी, भूपेंद्र कुमार त्रिपाठी, सुधीर कुमार अवस्थी, डाॅ. विजय विक्रम सिंह, लवकेश कुमार, डाॅ. मधुरलता द्विवेदी, डाॅ. स्वराज्यमणि अग्रवाल, डाॅ. मनोज कुमार तिवारी, डाॅ. राकेश वर्मा, सुनील कुमार सिंह, अभिषेक रिछारिया, राजेश कुमार, राकेश कुमार, सौरभ गुप्ता, कपिल रिछारिया, अभिनय कुमार, जितेंद्र कुमार, गोविंद आदि महोत्सव की अन्य व्यवस्थाओं के सुचारु संचालन में रहे।
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