गोवर्धन पर्वत की पूजा कराकर कृष्ण ने इंद्र का अभिमान चूर किया
कोंच। ग्राम नरी में चल रहे 11 कुंडीय श्री विष्णु महायज्ञ में श्रीमद्भागवत कथा पंडाल में कथा व्यास महामंडलेश्वर स्वामी शांति स्वरूपानंद गिरी जी महाराज ने भगवान कृष्ण की वाल लीलाओं का सुंदर चित्रण किया। उन्होंने गोवर्धन पूजा की कथा सुनाते हुए कहा कि जब ब्रजवासी देवराज इंद्र की पूजा की तैयारियां कर रहे थे तो कृष्ण ने उन्हें इंद्र पूजा न करके उस गोवर्धन पर्वत की पूजा शुरू करने को कहा जो उन्हें साल भर जीविका चलाने के लिए संसाधन उपलब्ध कराता है। इससे देवताओं का राजा इंद्र कुपित होकर ब्रज पर प्रलयंकारी बादल भेजकर भीषण बर्षा करवाता है। ब्रजवासियों ने घबराकर जब कृष्ण को पुकारा तो उन्होंने आकर अंगुली पर गोवर्धन पर्वत धारण कर ब्रजवासियों की रक्षा की। इस तरह उन्होंने देवराज इंद्र का अभिमान चूर चूर कर दिया। कथा व्यास ने कथा को आगे बढ़ाते हुए कालिया मर्दन, माखन चोर लीला आदि लीलाओं का विस्तार से वर्णन किया। परीक्षित रामदेव श्रीवास्तव ने भागवत पुराण की आरती उतारी एवं कमेटी द्वारा प्रसाद वितरित किया गया। इधर, प्रवचन मंच से बोलते हुए जगद्गुरु शंकराचार्य मुनीशाश्रम जी महाराज ने भी भगवन्नाम की महिमा बताई। उन्होंने कहा भगवान तो बस भाव के भूखे हैं, जो भी उन्हें निर्मल मन से भजता है उसका कल्याण वे अवश्य करते हैं। भगवान में श्रद्धा और विश्वास रखने वाले की सभी मनोकामनाएं वह पूर्ण करते हैं।
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राम वनवास लीला का शानदार मंचन किया गया नरी में
कोंच। ग्राम नरी में चल रहे 11 कुंडीय श्री विष्णु महायज्ञ के अवसर पर आयोजित रामलीला में सोमवार को रात राम वनवास लीला का शानदार मंचन किया गया। जब अयोध्या में राम के राजतिलक की तैयारी चल रही थी तभी देवताओं के आह्वान पर माता सरस्वती ने कैकेई की मुंहलगी दासी मंथरा की बुद्धि फेर दी और मंथरा के बहकावे में आकर रानी कैकेई ने राजा दशरथ से अपने उधार पड़े दो वरदान मांग लिए। पहले वरदान से अपने पुत्र भरत के लिए अयोध्या का राज सिंहासन तथा दूसरे से राम को चौदह वर्ष का वनवास। श्री रामराजा सरकार रामलीला समिति द्वारा संचालित रामलीला मंचन में दर्शाए गए प्रसंग के अनुसार राम के साथ उनकी भार्या जनकनंदिनी सीता और अनुज लक्ष्मण भी वन को चले जाते हैं। दोनों भाइयों को वनवासी वेष में देखकर दर्शकों के नेत्र कोर गीले हो गए। राम की भूमिका में अंकित सिकरी, लक्ष्मण की गोविंद दुवे गोहन, सीता सोनू शर्मा मऊरानीपुर आदि ने निभाई।
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