श्री राम कथा के तीसरे दिन श्री राम जन्म की कथा का किया गया बर्णन
जालौन से बृजेश उदैनियां की रिपोर्ट
०-देवी पंडाल मे देवी जागरण के दौरान कराया जा रहा आयोजन
जालौन।श्री राम कथा ज्ञान यज्ञ के तीसरे दिन श्री राम जन्म की कथा का वर्णन साध्वी वैष्श्वणी किशोरी जी द्वारा मोहल्ला चुर्खी वाल में दुर्गा जागरण के दौरान देवी पंडाल मे वर्णन किया गया। जिसे सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए।
मोहल्ला चुर्खीबाल में नवरात्रि जागरण के दौरान विराजमान देवी पंडाल में सात दिवसीय श्रीराम कथा का आयोजन देवी भक्तों द्वारा कराया जा रहा है। कथा व्यास साध्वी वैष्णवी किशोरी जी द्वारा अपनी सुर मधुर संगीत के साथ बैठे श्रोताओं को कथा श्रवण कराई जा रही है। कथा के तीसरे दिन श्री राम जन्म की कथा श्रवण कराते हुए उन्होंने बताया। कि राजा दशरथ का चौथापन आने पर उनके मन में गिलानी हुई।तब वह अपने गुरु वशिष्ट के पास गए तथा गुरु की आज्ञा पर उन्होंने पुत्र प्राप्ति के लिए एक यज्ञ का आयोजन कराया। इस यज्ञ के आयोजन से अग्नि देव प्रसन्न हो गए।और उन्होंने हवन कुंड से निकलकर उन्हें आशीर्वाद के तौर पर एक प्रसाद दिया। जिसको राजा ने अपनी तीनों पत्नियों में बांटा। इस प्रभाव से राजा दशरथ के यहां राम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न के रूप में चार पुत्रों की प्राप्ति हुई।तो वहीं उन्होंने बताया कि राजा दशरथ और मां कौशल्या पूर्व जन्म में मनु और शतरूपा थी।इन्होंने घोर तपस्या की तथा विष्णु भगवान ने उन्हें इसी रूप में उनके पुत्र के रूप में आने का वरदान दिया था। जिसके चलते ईश्वर ने मनुष्य रूप में राजा दशरथ के यहां पुत्र के जन्म लिया।पुत्र होने पर अवध में सभी नर-नारी प्रसन्न हो गए। तथा खुशियां मनाने लगे अंत में परीक्षित श्याम गुप्ता द्वारा आरती की गई। तथा समिति के सदस्यों द्वारा प्रसाद वितरण किया गया।
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