मारीच बध मेले को लेकर खाली कराया जा रहा है गढ़ी का मैदान
कोंच से पी. डी. रिछारिया वरिष्ठ पत्रकार
कोंच। जिन मैदानी लीलाओं की वजह से अयोध्या शोध संस्थान ने कोंच की रामलीला को देश की नंबर एक मैदानी रामलीला का खिताब दिया है उन लीलाओं की कड़ी में दूसरी मैदानी लीला मारीच बध मेले के रूप में 1 अक्टूबर शनिवार को होगी। इस मेले को स्थानीय बोलचाल की भाषा में 'छठ का मेला' भी कहा जाता है। मेले को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं और मेला ग्राउंड को खाली कराया जा रहा है।
धर्मादा रक्षिणी सभा द्वारा संचालित कोंच रामलीला का दूसरा मैदानी आयाम मारीच बध एवं सीता हरण लीला का मंचन स्टेज पर न होकर मेले के रूप में होता है। इसके लिए गढ़ी का मैदान खाली कराया जा रहा है। रामलीला समिति के अध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल मोंठ वाले, मंत्री संजय सोनी, मारीच बध मेला निगरानी समिति के अध्यक्ष काजी जहीर उद्दीन, मंत्री नवीन कुशवाहा आदि नगर पालिका के सफाई कर्मियों की मदद से मेला ग्राउंड की साफ सफाई कराने में लगे हैं। पालिकाध्यक्ष डॉ. सरिता वर्मा, अधिशासी अधिकारी पवन किशोर मौर्य, सेनेटरी इंस्पेक्टर हरिशंकर निरंजन, आरआई सुनील कुमार आदि भी लगातार कार्य प्रगति पर नजर रखे हुए हैं। बता दें कि आश्विन शुक्ल पक्ष की षष्ठी 1 अक्टूबर शनिवार को होने वाले इस मेले में लक्ष्मण द्वारा सूर्पनखा के नाक कान काटने, मारीच बध, सीता हरण, रावण जटायु युद्ध और प्रभु राम द्वारा युद्ध में खेत रहे जटायु के अंतिम संस्कार आदि प्रसंग दर्शाए जाएंगे।
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