गणपति बप्पा मोरया' के जयकारों के बीच पंडालों में विराजे एकदंत, सनातनी घरों में भी हुआ प्राकट्य
कोंच से पी. डी. रिछारिया वरिष्ठ पत्रकार
कोंच। प्रथम पूज्य भगवान गजानन का प्राकट्योत्सव गणेश चतुर्थी बुधवार को धूमधाम से मनाया गया। नगर में कमोवेश तीन दर्जन पंडालों में गणपति बप्पा मोरया के जयकारों के बीच एकदंत की प्रतिमाएं वैदिक अनुष्ठानों के साथ पधरवाई गई, कार्यकर्ताओं ने स्तुतियां गाईं। सनातनी घरों में भी भगवान गणाध्यक्ष गणपति का प्राकट्य श्रद्धाभाव के साथ किया गया।
नगर के लगभग पौने चार सौ साल पुराने गणपति महोत्सव का बुधवार को एकदंत की प्रतिमाओं की प्रतिष्ठापना के साथ शुभारंभ हो गया है। नगर में लगभग तीन दर्जन गणेश पंडालों में गणेश प्रतिमाएं पधरवाई गई हैं। गढी स्थित प्राचीन गणेश मंदिर के पार्श्व में गणेश सेवा समिति के तत्वाधान में गजानन की विशाल प्रतिमा की प्रतिष्ठापना की गई है। समिति के अध्यक्ष सुशील दूरवार मिरकू महाराज एवं मंत्री विजय अग्रवाल ने अनुष्ठानिक कार्यक्रम संपादित किए। विद्वान ब्राह्मणों पं. बिष्णु कांत मिश्रा शास्त्री आदि ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच प्रतिमा प्रतिष्ठापित कराई। इस दौरान हरिश्चंद्र तिवारी, राहुल तिवारी, सुधीर सोनी, अभिषेक रिछारिया पुन्नी, आलोक कपूर, गौरव सोनी पंडा, अमित सोनी, राजीव यादव कल्लू, लोकेंद्र ठाकुर आदि उपस्थित रहे। जयप्रकाश नगर में बाल गणेश समिति ने भी भगवान लंबोदर की प्रतिमा प्रतिष्ठापित कराई। नईबस्ती, पटेल नगर, ब्रजेश्वरी कॉलोनी, पसरट, सर्राफा, कपड़ा कमेटी, बुलबुल के गणेश, चौधरी के गणेश आदि संस्थाओं के गणेश भी श्रद्धाभाव से विराजे। सनातन धर्मावलंबियों ने अपने घरों पर गणेश प्राकट्योत्सव श्रद्धाभाव के साथ किया। गणेश भगवान के श्रीविग्रह का पंचामृत स्नान कराकर विधि विधान से पूजा अर्चना की गई।
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