लगभग 2 माह बीतने को सरकारी गेहू केंद्रों पर सन्नाटा
०-मात्र 8 कुंतल ही गेहू कीहो सकी खरीद
जालौन से बृजेश उदैनियां की रिपोर्ट
पसरा जालौन।लगभग 60दिन बीत जाने के बाद भी सरकारी क्रय केंद्रो पर अभी भी सन्नाटा पसरा।मात्र 8कुंतल ही गेहू की हुई खरीद।
सरकार द्वारा सरकारी क्रय केंद्रो को खोलकर किसानो को उचित मूल्य मिल सके इसके लिये प्रयास किया जाता रहा है।लेकिन इस बार मंडी मे गेहू के दाम अधिक चलने सेकिसानो ने अपनागेहू सरकारी क्रय केंद्रो पर बेंचना उचित नही समझा।इसका नतीजा यह है कि 60 दिन बीत जाने के बाद भी कोई भी किसान केंद्रो पर अपना गेहू बेचने नही गया।और आज भी मात्र 8कुंतल ही गेहू की खरीद हो पाई। बताते चलें की सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं का मूल्य 2015 तक ही सीमित रहा लेकिन मंडी में गेहूं का मूल्य 2050 से लेकर 21 सौ रहने से रहने से किसानों ने अपने गेहूं को मंडी में व्यापारियों को बेचना उचित समझा दूसरा कारण यह भी रहा सरकारी क्रय केंद्रों पर किसानों को अपना गेहूं बेचने के लिए तमाम प्रकार के कागजी कार्यवाही करवानी पड़ती थी खुली मंडी में अपनी फसल को बेच कर किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं उठानी पड़ी तथा नाही पेमेंट का झंझट रहा
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