दो दिन से यूक्रेन मे फंसे एमबीबीएस के छात्र के परिवारी जन बेहाल
जालौन से ब्रजेश उदैनिया के साथ आशीष द्विवेदी की रिपोर्ट
०-अपने बच्चो से फोन पर बात करके दहशत का माहौल होने से चिंताएं और बढी
०-पूरे दिन टीवी के सामने बैठ कर हर खबर का जान रहे हाल
जालौन। नगर के तीन एमबीबीएस के छात्रों को यूक्रेन में फंसे हुयेे दो दिन बीत जाने पर उनके परिजनो का बुरा हाल।नाते रिस्तेदार छात्रो के घर पहुच कर उन्हे ढांढस बधाने का कर रहे है प्रयास।
बताते चले कि रुस तथा यूक्रेन के बीच हो रहे युद्व मे नगर के तीन एमबीबीएस के छात्र यूक्रेन.मे फंसे हुये है।वह इस युद्व के दो दिन बीत जाने बाद भी अभी तक भारत अपने देश नही लौट पाये।तीनो छात्र दो दिन से वही फसे हुये हे।यूक्रेन के कीव में फंसी छात्रा आकृति चित्रांश के पिता शैलेन्द्र श्रीवास्तव का कहना है कि अभी थोड़ी देर पहले उन्होने अपने पुत्री से मोबाइल से बात की तो उसने बताया कि पहले हम मेट्रो में सुरक्षित थे लेकिन वहाँ आसपास मिसाइलें बम गिरने से पूरे क्षेत्र में दिवाले हिल गयी। जिससे कारण वह भयभीत है। तथा उसे सुरक्षित बंकर में शिफ्ट किया गया है पुत्री की बात सुनकर उनके परिवार बाले दो दिन से न कुछ खा पा रहे न सो पा रहे है और तथा नाते,रिस्तेदार, मित्र उनकी पुत्री का हाल जानने उनके घर जा रहे है कुछ ऐसा ही हाल छाया यादव जो यूक्रेन के विनिस्थिया में फंसी हुई है उनके पिता राघवेंद्र सिंह का कहना है कि वह लगातार अपनी बेटी से बात कर रहे है लेकिन रूसी सेना की जोरदार धमाको के कारण बच्चे बुरी तरह दहसत में है तथा उनके परिवार जनों का बुरा हाल है तथा ईश्वर से प्रार्थना कर रहे है कि शीघ्र उनकी बेटी सकुशल अपने घर वापिस आये तथा नाते रिस्तेदार बाते सुनकर छात्रो के घर आकर उन्हे दिलासा देकर धैर्य धारण करने का प्रयास कर रहे।
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