एम एसपी को लेकर सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया-भाकियू
कोंच से पी. डी. रिछारिया वरिष्ठ पत्रकार
* किसानों ने मनाया विश्वासघात दिवस, राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को दिया
कोंच। पिछले दिनों केंद्र सरकार द्वारा तीन कृषि कानूनों को आंदोलनरत किसानों के दबाव में झुककर वापिस ले लेने के बाद सरकार द्वारा किसानों से जो वायदे किए गए थे उन पर अब तक अमल नहीं किए जाने के आरोप लगाते हुए आक्रोशित भारतीय किसान यूनियन ने कहा कि सरकार ने किसानों के साथ विश्वासघात किया है। भाकियू ने संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर देशव्यापी विश्वासघात दिवस मनाया और राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन एसडीएम को दिया।
सोमवार को भाकियू तहसील अध्यक्ष चतुर सिंह पटेल की अगुवाई में तहसील मुख्यालय पर एकत्रित हुए किसानों ने केंद्र सरकार पर वायदा खिलाफी करने का आरोप लगाते हुए एसडीएम राजेश सिंह को दिए अपने ज्ञापन में कहा कि केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि कानूनों को वापिस लिए जाने को लेकर किसानों ने लगातार एक वर्ष तक देश भर में विरोध प्रदर्शन किया जिसके दबाव में आकर दिसंबर माह में केंद्र सरकार ने उक्त तीनों कृषि कानून वापस ले लिए थे, साथ ही कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के सचिव संजय अग्रवाल ने एमएसपी लागू किए जाने, आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज मुकदमे वापिस लिए जाने, गन्ना भुगतान समेत अन्य मुद्दों के अविलंब निस्तारण हेतु सरकार की ओर से आश्वासन दिया था। जिसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने भरोसा करते हुए देश के अलग अलग बॉर्डर पर लगे मोर्चे हटा लिए थे। इसके बावजूद केंद्र सरकार ने अपने वायदे पूरे न कर किसानों के साथ धोखा किया है जिससे सरकार की कथनी करनी उजागर हो गई है। केंद्र सरकार अपने किसान विरोधी एजेंडे पर आगे बढ़ती जा रही है। ऐसी स्थिति में किसानों के पास एक बार पुनः आंदोलन के विकल्प पर आगे बढ़ने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है। इस दौरान भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. केदारनाथ सिमिरिया, ब्लॉक अध्यक्ष पीडी निरंजन पचीपुरा, श्यामसुंदर निरंजन, रेवा सिंह कैंथी, प्रमोद कुमार पड़री, वीरेंद्र अंडा, कमलेश सिंह, भगवान सिंह रवा, कौशल किशोर, दीनानाथ भदेवरा, भगवानदास अहिरवार, रामप्रताप पटेल आदि शामिल रहे।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें