दो दिन की राहत के बाद फिर लौटी शीतलहर
वीरेंद्र सिंह सेंगर
औरैया। दो दिन की राहत के बाद आज पुनः शीत लहर का प्रकोप बढ़ गया है, वहीं आसमान में बादल छाने से तापमान में गिरावट आई , तथा पछुआ हवाओं ने शीतलहर को एक बार पुनः बढ़ा दिया है,जिसके चलते कोहरे और जबरदस्त शीत लहर से एक बार जनमानस प्रभावित होने लगा है। पिछले दो दिनों से सूर्य देवता के दर्शन होने से तापमान में पर बढोतरी हुई थी , जिससे लोगों ने शीत लहर से राहत की सांस ली थी।
पिछले पखवाड़े में शीत लहर का प्रकोप लगातार जारी रहा जिसके चलते आम जनमानस से लेकर पशु- पक्षी भी प्रभावित हुए वही बारिश के चलते तापमान में गिरावट होने से शीत लहर का प्रकोप लगातार बना रहा। गनीमत यह थी कि पिछले पखवाड़े में पुरवइया हवाएं चल रही थी। जिससे तापमान में गिरावट के बावजूद शीतलहर अधिक प्रभावित नहीं कर रही थी। लेकिन 2 दिन की राहत के उपरांत पुनः आसमान में बादल छा जाने से जहां एक और शीत लहर फिर से लौट आई है , वही पछुआ हवाओं ने शीतलहर को बढ़ा दिया है। पल-पल बदलते मौसम के मिजाज से लोगों को रात नहीं मिल पा रही है। सर्द हवाओं एवं बादल छा जाने के कारण किसानों के चेहरों पर पुनः चिंता की लकीरें दृष्टिगोचर होने लगी हैं। क्योंकि इन दिनों किसानों की लाहा एवं सरसों के अलावा आलू एवं अन्य सब्जियों की फसल प्रभावित होने की संभावना है। यदि देव योग से पानी के अलावा ओलावृष्टि होती है तो किसानों को बड़ा नुकसान होने की प्रबल संभावना है। विकासखंड भाग्यनगर क्षेत्र के किसान शैलेंद्र कठेरिया , गिरजा शंकर , शिवराम , राम सिंह भारती , प्रमोद कुमार , रामशरन , अशोक कुमार , सुरेश चंद्र के अलावा विकासखंड औरैया क्षेत्र के किसान कन्हैया वर्मा , पप्पू शुक्ला , हिमांशु पाल , गजेंद्र सिंह व शिवदयाल आदि लोगों ने अपने वक्तव्य दिए हैं। आगे कहा कि शाम ढलते ही शीत लहर अधिक हो जाती है जिसके चलते जनमानस एवं पशु- पक्षी भी प्रभावित हो रहे हैं। विकासखंड औरैया एवं भाग्यनगर के अलावा अन्य विकास खंड सहार , बिधूना , एरवाकटरा , अछल्दा एवं अजीतमल क्षेत्रों से भी शीत लहर एवं बादल छा जाने की समाचार प्राप्त हुए हैं।
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