वकील की आकस्मिक मौत पर मिलें 11 लाख, साठ साल के अधिवक्ताओं को पेंशन
कोंच से पी. डी. रिछारिया वरिष्ठ पत्रकार
* विभिन्न मांगों को लेकर अधिवक्ताओं ने राज्यपाल को भेजा ज्ञापन
कोंच। कोंच के वकीलों ने शासन से मांग की है कि साठ साल के बुजुर्ग अधिवक्ताओं को पेंशन की व्यवस्था कराई जाए। इसके अलावा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर उन्होंनेे राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन एसडीएम अशोक कुमार को दिया है।
बार एसोसिएशन कोंच के अधिवक्ताओं ने मंगलवार को एसडीएम कार्यालय के बाहर एकत्रित होकर राज्यपाल के नाम ज्ञापन एसडीएम अशोक कुमार को देते हुए कहा, किसी अधिवक्ता की आकस्मिक मृत्यु हो जाने पर तत्काल कल्याण निधि अथवा अन्य निधि से परिजनों को 11 लाख रुपए की आर्थिक मदद व बीमा दिए जाने, गंभीर बीमारी की स्थिति में सरकारी अथवा निजी अस्पतालों में सरकारी व्यय पर इलाज कराने अथवा एकमुश्त धनराशि दिए जाने, जूनियर अधिवक्ताओं को 50 हजार रुपए का विधिक साहित्य उपलब्ध कराने, तथा उनको प्रैक्टिस प्रारंभ करने के 7 बर्ष तक 5 हजार रुपए मासिक भत्ता दिए जाने, वादकारियों हेतु बाहर से आने वाले अधिवक्ताओं के ठहरने हेतु तहसील मुख्यालय परिसर में विश्राम स्थल बनबाए जाने, अधिवक्ताओं हेतु 60 किमी की दूरी के आवागमन को लेकर टोल टैक्स मुक्त किए जाने तथा 60 बर्ष की आयु के अधिवक्ताओं को पेंशन दिए जाने की व्यवस्था हो। इस दौरान बारसंघ अध्यक्ष संजीव तिवारी, महामंत्री वीरेन्द्र जाटव, रामकुमार खरे, पुरुषोत्तमदास रिछारिया, योगेन्द्र अरूसिया, राकेश तिवारी, अनंतपाल यादव, विपिन पटेल, दीनानाथ निरंजन, दीप अग्रवाल, अनिल श्रीवास्तव, राहुल अवस्थी, तेजराम जाटव, महेन्द्र शंकर श्रीवास्तव, असित मिश्रा, दिनेश तिवारी, नारायनदास गुप्ता, श्रीराम गुप्ता, सोमदत्त पांडे, प्रमोद गुप्ता, राजेन्द्र शर्मा, शौकतअली, रामनरेश त्रिपाठी, ओमप्रकाश अग्रवाल, ओमप्रकाश कौशिक, पुष्करराज शर्मा, नरेंद्र तिवारी, अमित श्रीवास्तव, सौरभ मिश्रा, ब्रजेन्द्र वाजपेयी, राजेन्द्र निरंजन, दिनेश तिवारी, रामशरण कुशवाहा, नवल जाटव, हरीसिंह निरंजन आदि शामिल रहे।
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