जाते जाते कोंच को क्या दे गया बीता बर्ष 2020



कोंच से पी. डी. रिछारिया वरिष्ठ पत्रकार

कोंच। समय का पहिया अपनी गति से घूम रहा है औैर बीता समय छोड़ जाता है अपनी खट्टी मीठी यादें। बर्ष 2020 भी जाते जाते कोंच को तमाम सौगातें देे गया है लेकिन तमाम की और जरूरत भी थी जिनकी पूर्ति शायद आने बाले समय में होनेे की उम्मीद की जा सकती है। बीते साल 2020 में बर्षों से पड़ी मारकंडेयश्वर तिराहे सेे पंचानन चौराहे तक दो किमी जर्जर सडक़ की समस्या का निदान होना किसी उपलब्धि से कम नहीं है जिसका निर्माण लगभग तीन करोड़ की लागत से कराया गया है। ग्राम रवा और भेंड़ के बीच पडऩे बाले मलंगा नाले पर एक करोड़ की लागत से बने पुल से वहां के ग्रामीणों की आवागमन की समस्या दूर हुई है। सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टिï से कोतवाली क्षेत्र के ग्राम भेंड़ में रिपोर्टिंग पुलिस चौकी की मंजूरी और स्थापना पुलिसिंग के लिहाज से मील का पत्थर साबित होगी। अपराध की दृष्टिï से बर्ष 2019 के मुकाबले बर्ष 2020 में आपराधिक घटनाओं में खासी कमी देखी गई लेकिन चोरी की घटनाओं मेें इजाफा हुआ। कोंच पालिका को पचास शैयाओं का आश्रय स्थल मिलना भी बड़ी उपलब्धि में शुमार है। इसके इतर कुछ और कामों की उम्मीद यहां के बाशिंदे लगाए बैठेे थेे लेकिन कमजोर राजनैतिक पैरोकारी या कहें कि गंभीरता से संज्ञान नहीं लेने के कारण इन बहुत ही जरूरी मूलभूत सुविधाओं में सुधार नहीं हो पाना खेदजनक है। कोंच की कमेवेश पांच दशक पुरानी सीवर और छह दशक पुरानी वाटर सप्लाई लाइनों की जर्जर स्थिति को देेखते हुए इन दोनों परियोजनाओं के पुनर्गठन की आवश्यकता शिद्दत से महसूस की जा रही है लेेकिन इस दिशा में कोई काम नहीं हो सका और पीने के साफ पानी की जरूरत को पूरा नहीं किया जा सका है, साथ ही सीवर की बदहाल स्थिति ने कस्बे को नारकीय परिदृश्य दिया है। नागरिकों को उम्मीद है कि आने बालेे नए साल में यहां के जनप्रतिनिधि इन समस्याओं को गंभीरता से लेकर पूरा कराएंगे।


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