आयुष्मान योजना : गोल्डन कार्ड बनाने में तेजी लाने का डीएम ने दिया निर्देश
जिले में अभी तक 34309 परिवारों को मिल पाया है गोल्डन कार्ड
जालौन, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) में शामिल जनपद के करीब 1.05 लाख परिवारों में से 34309 परिवारों को अब तक गोल्डन कार्ड वितरित किया गया है । जिलाधिकारी डॉ मन्नान अख्तर ने योजना की समीक्षा करते हुए अधिक से अधिक लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं ।
जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ. आशीष कुमार झा ने योजना की प्रगति रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी है | डॉ. झा ने बताया कि अभी 67.34 प्रतिशत परिवारों को योजना से आच्छादित किया जाना है। नवंबर माह की प्रगति रिपोर्ट में राजकीय मेडिकल कॉलेज जालौन द्वारा योजना के तहत कोरोना मरीजों के उपचार में प्रदेश में प्रथम स्थान का भी उल्लेख किया गया है । अब तक 68 कोरोना मरीजों का इलाज आयुष्मान योजना में किया गया है। जो प्रदेश के किसी भी राजकीय मेडिकल कॉलेज या राजकीय चिकित्सालय के उपचारित मरीजों में सबसे अधिक है।
जनपद के सभी नौ ब्लॉक में केवल कदौरा ब्लॉक में ही सबसे अधिक 9000 गोल्डन कार्ड लाभार्थियों को वितरित किए गए हैं। साथ ही अकबरपुर जनपद का एकमात्र ऐसा गांव है, जहां 1200 से भी अधिक गोल्डनकार्ड ग्रामीणों को दिए जा चुके हैं। जालौन जनपद के 6000 से भी ज्यादा मरीजों का उपचार योजना के अंतर्गत प्रदेश व देश के पंजीकृत अस्पतालों में कराया जा चुका है, जिसमें सामान्य बुखार से लेकर मोतियाबिंद की सर्जरी, हड्डी, किडनी, हृदय से संबंधित व कई अन्य गंभीर बीमारियों का उपचार संभव हुआ है। गत 15 अगस्त को सीडीओ के निर्देशानुसार गोद लिए हुए गांव में अब तक 820 परिवारों तक, जबकि डॉ मुकेश राजपूत ने शाहजादपुरा में 257, डॉ अमित कुमार ने टीहर में 246, डॉ वीरप्रताप ने चुर्खी में 241, डॉ विनोद राजपूत ने बिजदुआ में 204, डॉ इदरीश ने सैदनगर में 147, डॉ देवेंद्र भिटौरिया ने कैलिया में 131, डॉ अरुण तिवारी ने कुठौंद में 26, जबकि डॉ कामलेश राजपूत ने एट में 12 गोल्डनकार्ड लाभार्थियों को दिए।
गोल्डन कार्ड बनाने में जनपद 26 वें स्थान पर
जनपद में गोल्डन कार्ड बनवाने की प्रगति की रिपोर्ट देते हुए जिला कार्यक्रम समन्वयक ने बताया कि वर्तमान में जालौन प्रदेश में 26 वे स्थान पर है। कोरोना की महामारी के चलते लॉकडाउन लगने से पहले तक प्रतिदिन 175 गोल्डनकार्ड वितरित किए जा रहे थे, जो 16 मार्च से 30 सितम्बर की अवधि में सिर्फ 1200 कार्ड ही बनाये जा सके। 01 अक्टूबर के बाद से स्थिति में सुधार हुआ है। अब 105 गोल्डनकार्ड प्रतिदिन बनवाए जा रहे हैं। जनपद के 914 गांवों जहां परिवारों को योजना से आच्छादित किया गया है। वहां कम से कम एक परिवार तक गोल्डनकार्ड पहुंचा दिया गया है।
इलाज के मामले में 16 वें स्थान पर
गोल्डनकार्ड धारक लाभार्थियों के उपचार के मामले में जालौन प्रदेश में 16 वे स्थान पर है। राजकीय चिकित्सालयों में मेडिकल कॉलेज में अब तक 590, जिला चिकित्सालय में 268, जिला महिला चिकित्सालय में 124, सीएचसी जालौन में 171, सीएचसी कोंच में 169, सीएचसी माधौगढ़ में 162, सीएचसी कदौरा में 124, सीएचसी कालपी में 99, सीएचसी नदीगांव में 86, सीएचसी रामपुरा में 63 मरीजों का उपचार आयुषमान योजना से हुआ है। पंजीकृत निजी चिकित्सालय में कान्हा हॉस्पिटल में 732, नेत्रज्योति हॉस्पिटल में 658, नारायण नेत्रालय में 425, जबकि किलकारी हॉस्पिटल में 351 मरीजों का उपचार किया गया है।
दिसंबर माह में भी जारी रहेगा विशेष गोल्डनकार्ड शिविर
डीपीसी डॉ आशीष ने बताया कि सभी नौ ब्लॉक के गांवों में लाभार्थियों के गोल्डनकार्ड बनाने का काम शत प्रतिशत परिवारों का कार्ड बनने तक जारी रहेगा। इसमें स्वास्थ्य कर्मियों के साथ साथ प्रधान व कोटेदार की भी मदद ली जाएगी। आशा संगिनी सभी लाभार्थी परिवार के किसी एक सदस्य का कार्ड बनवाने में हरसंभव मदद करेंगी। साथ ही पंचायत स्तर पर भी लोगों को जागरूक करने का काम किया जाएगा।
जनपद जालौन एक नजर
· कुल लाभार्थी परिवारों की संख्या-105042
· पीएमजेएवाई-103682एमएमजेएए-1360
· गोल्डनकार्ड निर्गत किए गए-90019
· कुल परिवारों को मिले गोल्डन कार्ड-34309
· जनपद के कुल लाभार्थी मरीजों का उपचार हुआ-6024
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत सभी पात्र लाभार्थी परिवार को पांच लाख रुपए तक का निःशुल्क उपचार प्रदेश व देश के किसी भी पंजीकृत अस्पतालों में मिलता है। उपचार हेतु लाभार्थी का पहचान पत्र उसका गोल्डनकार्ड होता है, जो किसी भी पंजीकृत चिकित्सलयों में निःशुल्क बनाया जा सकता है। साथ ही सभी जन सुविधा केंद्रों पर 30 रुपए प्रति कार्ड के भुगतान पर प्राप्त किया जा सकता है।
गोल्डनकार्ड बनवाने के लिए जरूरी दस्तावेज
1. प्रधानमंत्री अथवा मुख्यमंत्री का पत्र/प्लास्टिक कार्ड
2. राशन कार्ड / परिवार रजिस्टर की नकल
3. आधार कार्ड /वोटर आईडी/ अन्य पहचान पत्र
4. नव विवाहिता के लिए शादी प्रमाण पत्र/ नवजात शिशु के लिए जन्म प्रमाण पत्र।आयुष्मान योजना : गोल्डन कार्ड बनाने में तेजी लाने का डीएम ने दिया निर्देश
जिले में अभी तक 34309 परिवारों को मिल पाया है गोल्डन कार्ड
जालौन, 30 नवंबर 2020।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) में शामिल जनपद के करीब 1.05 लाख परिवारों में से 34309 परिवारों को अब तक गोल्डन कार्ड वितरित किया गया है । जिलाधिकारी डॉ मन्नान अख्तर ने योजना की समीक्षा करते हुए अधिक से अधिक लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं ।
जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ. आशीष कुमार झा ने योजना की प्रगति रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी है | डॉ. झा ने बताया कि अभी 67.34 प्रतिशत परिवारों को योजना से आच्छादित किया जाना है। नवंबर माह की प्रगति रिपोर्ट में राजकीय मेडिकल कॉलेज जालौन द्वारा योजना के तहत कोरोना मरीजों के उपचार में प्रदेश में प्रथम स्थान का भी उल्लेख किया गया है । अब तक 68 कोरोना मरीजों का इलाज आयुष्मान योजना में किया गया है। जो प्रदेश के किसी भी राजकीय मेडिकल कॉलेज या राजकीय चिकित्सालय के उपचारित मरीजों में सबसे अधिक है।
जनपद के सभी नौ ब्लॉक में केवल कदौरा ब्लॉक में ही सबसे अधिक 9000 गोल्डन कार्ड लाभार्थियों को वितरित किए गए हैं। साथ ही अकबरपुर जनपद का एकमात्र ऐसा गांव है, जहां 1200 से भी अधिक गोल्डनकार्ड ग्रामीणों को दिए जा चुके हैं। जालौन जनपद के 6000 से भी ज्यादा मरीजों का उपचार योजना के अंतर्गत प्रदेश व देश के पंजीकृत अस्पतालों में कराया जा चुका है, जिसमें सामान्य बुखार से लेकर मोतियाबिंद की सर्जरी, हड्डी, किडनी, हृदय से संबंधित व कई अन्य गंभीर बीमारियों का उपचार संभव हुआ है। गत 15 अगस्त को सीडीओ के निर्देशानुसार गोद लिए हुए गांव में अब तक 820 परिवारों तक, जबकि डॉ मुकेश राजपूत ने शाहजादपुरा में 257, डॉ अमित कुमार ने टीहर में 246, डॉ वीरप्रताप ने चुर्खी में 241, डॉ विनोद राजपूत ने बिजदुआ में 204, डॉ इदरीश ने सैदनगर में 147, डॉ देवेंद्र भिटौरिया ने कैलिया में 131, डॉ अरुण तिवारी ने कुठौंद में 26, जबकि डॉ कामलेश राजपूत ने एट में 12 गोल्डनकार्ड लाभार्थियों को दिए।
गोल्डन कार्ड बनाने में जनपद 26 वें स्थान पर
जनपद में गोल्डन कार्ड बनवाने की प्रगति की रिपोर्ट देते हुए जिला कार्यक्रम समन्वयक ने बताया कि वर्तमान में जालौन प्रदेश में 26 वे स्थान पर है। कोरोना की महामारी के चलते लॉकडाउन लगने से पहले तक प्रतिदिन 175 गोल्डनकार्ड वितरित किए जा रहे थे, जो 16 मार्च से 30 सितम्बर की अवधि में सिर्फ 1200 कार्ड ही बनाये जा सके। 01 अक्टूबर के बाद से स्थिति में सुधार हुआ है। अब 105 गोल्डनकार्ड प्रतिदिन बनवाए जा रहे हैं। जनपद के 914 गांवों जहां परिवारों को योजना से आच्छादित किया गया है। वहां कम से कम एक परिवार तक गोल्डनकार्ड पहुंचा दिया गया है।
इलाज के मामले में 16 वें स्थान पर
गोल्डनकार्ड धारक लाभार्थियों के उपचार के मामले में जालौन प्रदेश में 16 वे स्थान पर है। राजकीय चिकित्सालयों में मेडिकल कॉलेज में अब तक 590, जिला चिकित्सालय में 268, जिला महिला चिकित्सालय में 124, सीएचसी जालौन में 171, सीएचसी कोंच में 169, सीएचसी माधौगढ़ में 162, सीएचसी कदौरा में 124, सीएचसी कालपी में 99, सीएचसी नदीगांव में 86, सीएचसी रामपुरा में 63 मरीजों का उपचार आयुषमान योजना से हुआ है। पंजीकृत निजी चिकित्सालय में कान्हा हॉस्पिटल में 732, नेत्रज्योति हॉस्पिटल में 658, नारायण नेत्रालय में 425, जबकि किलकारी हॉस्पिटल में 351 मरीजों का उपचार किया गया है।
दिसंबर माह में भी जारी रहेगा विशेष गोल्डनकार्ड शिविर
डीपीसी डॉ आशीष ने बताया कि सभी नौ ब्लॉक के गांवों में लाभार्थियों के गोल्डनकार्ड बनाने का काम शत प्रतिशत परिवारों का कार्ड बनने तक जारी रहेगा। इसमें स्वास्थ्य कर्मियों के साथ साथ प्रधान व कोटेदार की भी मदद ली जाएगी। आशा संगिनी सभी लाभार्थी परिवार के किसी एक सदस्य का कार्ड बनवाने में हरसंभव मदद करेंगी। साथ ही पंचायत स्तर पर भी लोगों को जागरूक करने का काम किया जाएगा।
जनपद जालौन एक नजर
· कुल लाभार्थी परिवारों की संख्या-105042
· पीएमजेएवाई-103682एमएमजेएए-1360
· गोल्डनकार्ड निर्गत किए गए-90019
· कुल परिवारों को मिले गोल्डन कार्ड-34309
· जनपद के कुल लाभार्थी मरीजों का उपचार हुआ-6024
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत सभी पात्र लाभार्थी परिवार को पांच लाख रुपए तक का निःशुल्क उपचार प्रदेश व देश के किसी भी पंजीकृत अस्पतालों में मिलता है। उपचार हेतु लाभार्थी का पहचान पत्र उसका गोल्डनकार्ड होता है, जो किसी भी पंजीकृत चिकित्सलयों में निःशुल्क बनाया जा सकता है। साथ ही सभी जन सुविधा केंद्रों पर 30 रुपए प्रति कार्ड के भुगतान पर प्राप्त किया जा सकता है।
गोल्डनकार्ड बनवाने के लिए जरूरी दस्तावेज
1. प्रधानमंत्री अथवा मुख्यमंत्री का पत्र/प्लास्टिक कार्ड
2. राशन कार्ड / परिवार रजिस्टर की नकल
3. आधार कार्ड /वोटर आईडी/ अन्य पहचान पत्र
4. नव विवाहिता के लिए शादी प्रमाण पत्र/ नवजात शिशु के लिए जन्म प्रमाण पत्र।
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