नोडल अधिकारी ने हांसा के शौचालय निर्माण में पकड़ी खामी
रिपोर्ट मनोज कुमार शिवहरे
*घटिया ईटा के साथ ही गुणवत्ता विहीन मिला मसाला
*तीन अधिकारियों पर कार्यवाही के लिये सीडीओ को दिये निर्देश
कदौरा (जालौन)। बुधवार को जिले के नोडल अधिकारी ने ब्लाक क्षेत्र के ग्राम हांसा व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया हांसा में बन रहे सामुदायिक शौचालय व आवासों की भी गुणवत्ता जांची जहां सामुदायिक शौचालय में खराब ईटा व गुणवत्ता विहीन मसाला लगाने पर तीन अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही के लिए मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिए हैं।
बुधवार को नोडल अधिकारी परिवहन आयुक्त धीरज साहू अचानक ग्राम हांसा पहुंचे नोडल अधिकारी के अचानक निरीक्षण से अधिकारियों में हड़कम्प मच गया सबसे पहले उन्होंने प्रधानमंत्री आवास की हकीकत देखी और उन्होंने सचिव सिकन्दर खान को बुलाया तो वो नदारत थे इसके बाद गांव में बन रहे सामुदायिक शौचालय की गुणवत्ता की हकीकत देखने पहुंचे तो उन्होंने निर्माण कार्य खराब ईटा व गुणवत्ता विहीन मसाला लगता देख नाराजगी। बीडीओ अतिरंजन सिंह ने नोडल अधिकारी को बताया कि गांव में 2019-20 में 12 आवास बने है। जबकि 2020-21 में 63 आवास स्वीकृत हुए है जिनका पैसा शासन से आना है गांव में 201 व्यक्तिगत शौचालय दिए गए हैं जो पूर्ण हो चुके है इसके बाद उनका काफिला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा जहां उन्होंने ओपीडी लैब आवास दवा काउंटर सहित प्रसव कक्ष का निरीक्षण किया जहा उन्होंने गभर्वती महिलाओं को देने वाला भोजन मीनू के अनुसार न मिलने पर सीएमओ अल्पना बरतरिया को कार्यवाही के लिए कहा जबकि मुख्य दवायंे सीएचसी में उपलब्ध न होने पर मुख्य जल्द भिजवाने के निर्देश दिए इसके बाद प्रसूताओं से बात करते हुए समस्याएं भी पूछी इस मौके पर सीडीओ प्रशांत श्रीवास्तव डीसी मनरेगा अवधेस दीक्षित, एआरटीओ मनोज कुमार सिंह डीपीआरओ अभय कुमार यादव, बीडीओ अतिरंजन सिंह,नगर पंचायत ईओ सुनील कुमार सिंह, चिकित्सा अधीक्षक अशोक कुमार सहित बड़ी संख्या में प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
सुविधा शुल्क वसूल अपात्रों को दिया आवास का लाभ
कदौरा। ग्राम हांसा पहुचे जिले के नोडल अधिकारी धीरज साहू के समक्ष ग्रामीणों ग्राम प्रधान संजय व सचिव सिकन्दर सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि उक्त दोनों ने सुबिधा शुल्क लेकर अपात्रों के आवास स्वीकृत किए है जब कि पंचायत मित्र सुमन कभी गांव नहीं आती है। शासन की किसी भी योजना का लाभ लेने के लिए सुबिधा शुल्क देना पड़ता है जिस पर नोडल अधिकारी ने कार्यवाही के लिए मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिए है।
हांसा जाते नोडल अधिकारी ने अपनी आंखांे से देखे आवारा गौवंश
कदौरा। जिले के नोडल अधिकारी का काफिला जब बबीना से हाँसा की ओर जा रहा था तो सड़क के किनारे खेतों में सैकड़ों अन्ना मवेशी फसल को चर रहे थे लेकिन कोई भी अधिकारी ने उन पर गौर नहीं किया जिससे गांव में तरह तरह की चर्चा हो रही थी।
बाबूजी कौन आओ है मोय गांव मा
कदौरा। बाबू जी कौन आओ है मोय गांव मा जो सुबह से गांव के प्रधान के साथी भी हाथों मा झाड़ू लेकर सफाई करत दिखाई दे रहे है। उक्त बात नोडल अधिकारी का काफिला जैसे ही गांव में घुसा तो महिलाओं के झुंड आने वालों से पंूछ रही थी उक्त लोग कह रही थी कि अगर महीने में एक दिन ऐसे ही अधिकारी आते रहे तो कम से कम सफाई तो हो जायेगी। सफाई कर्मियों के न आने की शिकायत ग्रामीणों ने नोडल अधिकारी से कर कार्यवाही की मांग की।
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