किसानों ने बिजली संबंधित मशीनों की क्षमता को बढाये जाने मांग की
मऊरानीपुर से रवि परिहार की रिपोर्ट
मऊरानीपुर । क्षेत्र के ग्रामों में लो वोल्टेज आने से जहां पावर कनेक्शन एवं विद्युत के ट्यूबवेल तथा मोटर ठीक ढंग से नही चल पा रही है। जिससे किसान खेतों का पलेवा समय से नही कर पा रहे है। वही क्षेत्र वासियों का कहना है कि कागजों पर तो 18 घंटे विद्युत की सप्लाई दिखाई जा रही है। लेकिन दिन में अनेकों बार विद्युत का आना.जाना बना रहता है तथा संविदा कर्मचारी बार.बार शटडाउन लेते रहते है जिससे क्षेत्र में 18 घंटे बिजली की सप्लाई नही मिल रही है। किसानों ने संबंधित बिजली विभाग के उच्च अधिकारियों से लो वोल्टेज की समस्या से निजात दिलाने के लिए पावर हाउस की मशीनों की क्षमता बढाये जाने की मांग की है। ग्राम पंचमपुरा के किसान राधेलाल पटेल का कहना है कि एक सप्ताह से लो वोल्टेज आ रहा है जिससे विद्युत की मोटरें ठीक ढंग से नहीं चल पा रही है। कल्लू पटेल का कहना है कि जब से पंचमपुरा फीडर पर अतिरिक्त ग्रामों का भार बढ़ा दिया गया है तभी से लो वोल्टेज की समस्या बढ़ गई है जिस कारण खेतों का पलेवा समय पर नही हो पा रहा है। युवा किसान मानवेंद्र सिंह पटेल का कहना है कि 33ध्11 विद्युत उप केंद्र भंड़रा से संबंधित खिलाराए हरपुराए पंचमपुराए पठाए ढ़करवाराए फुलपुराए पंचमपुराए मथुपुराए चुराराए पचवई आदि ग्राम पंचमपुरा फीडर से जुड़े है लेकिन इन दिनों बिजली की खपत अधिक बढ़ जाने से लो वोल्टेज की समस्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है जिससे पावर कनेक्शन से संबंधित ट्यूबवेल ठीक ढंग से नहीं चल पा रहे है। वही ओवरलोड के चलते बार.बार उपकरण खराब हो रहे है। विद्युत विभाग के उच्च अधिकारियों से उपकरणों की क्षमता बढ़ाए जाने की मांग की है जिससे आने वाले लो वोल्टेज की समस्या से निजात मिल सके। अखिलेश रैकवार का कहना है कि कागजों पर तो 18 घंटे ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत की सप्लाई दिखाई जा रही है। लेकिन दिन में अनेकों बार विद्युत का आना.जाना बना रहता है वही लाइनमैन कर्मचारी शट डाउन लेते रहते है जिससे दिन में ठीक ढंग से बिजली नही मिल पा रही है। किसानों ने संबंधित विभाग से नियमानुसार विद्युत की सप्लाई चालू रखने की मांग की है। इस संबंध में भंड़रा विद्युत उप केंद्र पर तैनात विद्युत अवर अभियंता देवेंद्र कुमार का कहना है कि अगर क्षेत्र में लो वोल्टेज की समस्या आ रही है तो किसानों को इस संबंध में विभाग के उच्च अधिकारियों से संपर्क करना होगा तभी समस्या का समाधान हो सकता है।
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