मेला जलविहार महोत्सव के दिन बाजार में सन्नाटा पसरा रहा लोगों में खासी मायूसी


मऊरानीपुर से रवि परिहार


मऊरानीपुर रानीपुर कस्बे में लगभग डेढ़ सौ बर्षों से चली आ रही प्राचीन परंपरा कोरोना वायरस के चलते टूट गई है।इस वर्ष भगवान का जल बिहार मंदिर परिसरों में ही संपन्न हुआ।जिससे हर वर्ष विमानों में मिलने वाले रघुनाथ जी किशोर जी नहीं मिल सके देश में चल रहे कोरोना वायरस का असर जहां आम इंसानों पर पड़ रहा है वहीं इससे तमाम परंपराएं भी टूट रहीं हैं। रानीपुर में जल बिहार की रात जब श्री रघुनाथ जी एवं किशोरी जी विमान में सवार होकर मुख्य बाजार में पहुंचते थे तो दोनों विमानों का भक्तगण डोल कराते थे वही बाजार में हनुमान जी मंदिर के सामने दोनों विमानों का मिलान किया जाता था ।बुजुर्ग बताते हैं रघुनाथ जी और किशोर जी महाराज का जलविहार के दिन आपस में मधुर मिलन होता था।यह परंपरा डेढ़ सौ बर्षों से भी पुरानी परंपरा बताई जा रही है। जो किइस वर्ष कोरोना काल में समाहित हो गई।वहीं 30 तारीख को संपन्न होने वाले मेला जलविहार महोत्सव के दिन बाजार में सन्नाटा पसरा रहा लोगों में खासी मायूसी देखने को मिली.


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