गौशाला के नाम पर हो रही धांधली का पता करने के लिये चलायी जाये गोपनीय जांच
मऊरानीपुर से रवि परिहार की रिपोर्ट
मऊरानीपुर। उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों की परेशानियों को देखते हुए हर गांव में गौशाला बनवाने का निर्णय लिया। कई गांव में गौशाला बन चुकी है। लेकिन आज भी गौवंश आवारा फिर किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहा है। गौशाला में गौवंस सिर्फ कागजी कार्यवाही में चल रहे है। बरसात कम होने के कारण वैसे भी किसानों की फसल सुख गई है। किसान अब भी दिन रात बादलों की तरफ देख रहा है।कुछ किसानों के पास सिंचाई के साधन है वो उन साधनों से खेतों में पानी दे रहे है। लेकिन उनकी दिन रात की मेहनत अन्ना जानवर एक ही रात में बर्बाद कर देते है। पूरी रात जाग जाग कर किसान अपने खेतों की रखवाली कर रहा है। लेकिन जैसे ही थोड़ा निगाह चुकी वैसे ही अन्ना जानवर फसलों पर टूट पड़ते है। हर गांव में गौशाला होने के बाद सैकड़ो गौवंश छुट्टा गांव की सड़कों में घूम रहे है। यही हाल नगर की गौशाला का है। जिसमे लगभग दस हजार गौवंश रखने की सुविधा है। लेकिन उसमे मात्र दो या तीन सौ गौवंश ही देखने को मिलता है। जबकि नगर में हजारों गौवंश सड़को में घूम रहे है। जो आये दिन आस पास के खेतों को नुकसान के साथ सड़को पर लड़ते है कई बार इनकी चपेट में आकर कई लोग घायल हो गए। उच्चाधिकारियों को चाहिए कि गोपनीय गौशालाओं की जांच कराई जाए ताकि गौशाला के नाम पर हो रही धांधली का पता चल सके।
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