जालौन भी कोरोना के खौफ के साये में
बृजेश कुमार उदैनियां की रिपोर्ट
जालौन। जनपद जालौन में कोरोना लगभग दो माह पूर्व ही आ गया था लेकिन प्रारम्भ में इसका टारगेट जनपद मुख्यालय ही रहा। कोरोना का जनपद में प्रवेश 25 अप्रैल 2020 को स्व. डॉ. सुनील अग्रवाल की कोरोना पॉजीटिव रिपोर्ट के साथ ही हो गया था। इसके बाद कोरोना ने जनपद मुख्यालय पर जमकर कहर बरपाया।
धीमे-धीमे कोरोना कालपी, कोंच और माधौगढ़ पहुंच गया। लेकिन जनपद की जालौन तहसील अभी भी कोरोना से अछूती थी। और 26 जून 2020 को आई कोरोना पॉजीटिव रिपोर्टों की पुष्टि के साथ ही जालौन तहसील में कोरोना का अधिकारिक प्रवेश हो गया। हालांकि जालौन तहसील का यह पहला कोरोना संक्रमित ग्रामीण क्षेत्र अकोढ़ी दुबे से है। तहसील के ग्रामीण क्षेत्र में संक्रमित मिलने के साथ ही आमजन दहशत में है और प्रशासन सतर्क।
यहां हम आपको बता दें कि उक्त संक्रमित महिला अकोढ़ी दुबे की अवध कुमारी पत्नी नरेन्द्र कुमार इसके पूर्व जालौन नगर के एक प्राईवेट नर्सिंंग होम में अपना इलाज ही नहीं कराती रही है बल्कि प्रसव के लिये एक दिन रुक भी चुकी है। प्रशासन ने यह जानकारी होते ही उक्त नर्सिंग होम को पूरी तरह से सीज कर दिया है। जालौन तहसील की इस पहली कोरोना पॉजीटिव रिपोर्ट से ग्रामीण व नगर क्षेत्र में दहशत का माहौल। नगर के बाजार में दुकानदारों व ग्राहकों के मनों में भय के साथ-साथ चिन्ता की लकीरें स्पष्ट नजर आईं। सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर पहुंचे स्थानीय प्रशासन ने गांव के मोहल्ले को सीज करवा दिया है।
जालौन तहसील के ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना के इस प्रहार ने जालौन के नगर क्षेत्र में भी कोरोना के खौफ की सिहरन दौड़ गई। बाजार में उमड़ रही भीड़ धीरे धीरे कम होने लगी और जहां प्रशासन द्वारा एड़ी-चोटी का जोर लगाने के बाद भी सोशल डिस्टैंडिंग को नजर अन्दाज करते लोग सोशल डिस्टैंडिंग बनाते नजर आये। इतना ही नहीं तहसील क्षेत्र में संक्रमित मिलने की सूचना मिलते ही लोग मुंह पर मास्क लगाये दिखे ग्राहक और दुकानदार दोनों।
एसडीएम जालौन सुनील कुमार शुक्ला, सीओ सुबोध गौतम, तहसीलदार बलराम गुप्ता, कोतवाल रमेश मिश्रा ने गांव जाकर संक्रमित महिला के मोहल्ले को सीज किया। हालांकि उक्त महिला डिलीवरी के लिये झांसी गयी हुई थी और अभी झांसी में ही है। लेकिन कोरोना के खौफ से आजाद जालौन भी कोरोना के खौफ के साये में आ गया।
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