आदमी नहीं, जूते चप्पल अपना रहे हैं सोशल डिस्टेंसिंग
बांयी ओर गोलों में रखे जूते चप्पल तथा दांयी ओर एक दूसरे से सटे बैठे लोग
कोंच से पी. डी. रिछारिया वरिष्ठ पत्रकार
कोंच। कितनी अजीब बात है कि इस कोरोना महामारी से बचने के लिए परस्पर संपर्क से दूर रहने की नसीहत दी जा रही है, यानी सोशल डिस्टेंसिंग अपना कर ही कोरोना को आने से रोका जा सकता है लेकिन देखा यह जा रहा है कि सोशल डिस्टेंसिंग अपनाने में लोग खासी लापरवाही बरत रहे हैं। यहां आर्यावर्त बैंक शाखा के बाहर का नजारा भी काफी अजीब और दिलचस्प दिखा, यहां जूते चप्पल तो सोशल डिस्टेंसिंग से गोलों में रखे गए थे लेकिन जिनके यह जूते चप्पल थे वे दूसरी तरफ छाया में एक दूसरे से बिल्कुल सट कर बैठे थे और सोशल डिस्टेंसिंग का कतई पालन नहीं कर रहे थे। ऐसे लोगों को यह समझना होगा कि दरअसल जूते चप्पलों को नहीं बल्कि उन्हें ही सोशल डिस्टेंसिंग अपनाने की जरूरत है।
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