सरकारी सेक्टर की रजिस्ट्री करना महंगा पड़ा दलित महिलाओं को
मऊरानीपुर से रवि परिहार
मऊरानीपुर (झांसी)- 29 फरवरी। दलित महिलाओं को भू माफिया द्वारा सरकारी सेक्टर की रजिस्ट्री करना महंगा पड़ रहा है।छह महीने तक राजस्व अधिकारियों द्वारा उन्हें टीरकाया जा रहा तथा जिस भू माफिया ने उन्हें जमीन बेची उसने उनके साथ गाली गलौज जाति सूचक शब्दो से अपमानित करने के विरोध में वह उपजिलाधिकारी कार्यालय प्रांगड़ में आमरण अनसन पर बैठ गई।जानकारी के अनुसार श्री मति लक्ष्मी देवी पत्नी रामप्रकाश निवासी ग्राम इमलिया थाना उल्दन एवं श्री मति रामढकेली पत्नी करनजू निवासी ग्राम मथुपुरा थाना मऊरानीपुर सहित आधा दर्जन महिलाएं उपजिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष आमरण अनसन पर बैठते हुए बताया कि उसने ग्राम ढिमलौनी निवासी हरकुवर पत्नी भुजबल से व एक प्लाट मुहल्ला अलयाई निवासी सुषमा पत्नी दिनेश सोनी से 6 फरवरी 2019 में एक प्लाट खरीदा था।जिस पर वह निर्माण कर रहे थे तभी पड़ोस के खेत वाले ने मकान का निर्माण सरकारी सेक्टर में होने की शिकायत की।जिसमे जगह की नाप की गई तो नाप करने वाली टीम ने मकान का निर्माण सरकारी सेक्टर पर होना पाया।जब इसकी शिकायत करने प्लाट बेचने वाले से की तो वह अपने साथियों सहित आकर मेरे साथ गाली गलौज कर मुझे अपमानित करने लगे तथा जान से मारने की धमकी देने लगे।लगातार उपजिलाधिकारी व तहसीलदार से मिलने नही दिया जा रहा है।शिकायत करने पर जब सुनवाई नही हुई तो मजबूरन आमरण अनसन पर बैठना पड़ा।प्रार्थना पत्र में बैनामे के आधार पर कब्जा दिलाये जाने की मांग तथा नाप कराने व सरकारी सेक्टर को जालसाजी कर बेचने पर कानूनी कार्यवाही की मांग की।बता दे कि भू माफियाओ द्वारा लेखपाल से मिलकर सरकारी सेक्टर पर कब्जा कर उसे बेच दिया है जबकि नाप करने गई टीम ने भी सरकारी सेक्टर पर कब्जा कर निर्माण होना पाया था।जिसकी रिपोर्ट 14 जनवरी को उपजिलाधिकारी को डाक द्वारा भेजी गई।लेकिन वह जांच बीच मे ही भू माफियाओ ने गायब करा दी।
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