विकास आज भी अर्ध मे लटका है।
विद्युतपोल से निकलते हुए
मऊरानीपुर से रवि परिहार
मऊरानीपुर केंद्र व प्रदेश सरकारों ने गांव को शहर से जोड़ने के लिए लाखों रुपए खर्च कर विकास की बात करते हैं।परंतु आज भी कई जंगली गांव ऐसे हैं जिनका विकास आज भी अर्ध मे लटका है।सरकार की मूलभूत सुविधाओं से वंचित चल रहे मऊरानीपुर ब्लॉक के कई गांवों के लोगों का आज भी मुख्यालय से संपर्क नहीं जुड़ पाया है।बरसात में सरकार की मूलभूत सुविधाओं से रह जाते हैं और स्कूली बच्चों का शैक्षणिक कार्य भी बाधित हो जाता है और इन गांव के बच्चों का शैक्षणिक विकास भी रुक जाता है। कई गांव में बने रिपटे जमींदोज हो चुके हैं और इन रास्तों से गुजरने वाले वाहन चालक भी गिरकर चोटिल हो जाते हैं।ग्रामीण बताते हैं कि बरसात के मौसम मे सबसे ज्यादा समस्या आती है। मूलभूत सुविधाओं के साथ.साथ महिलाओं को प्रसव कराने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है और ग्राम रोतयानापुरा में तो चारपाई पर लिटा कर नदी पार करके महिलाओं की प्रसव कराने के लिए मऊरानीपुर आना पड़ता है।कई गांवों के लोगों ने नदी पर रिपटा बनवाने के लिए धरना प्रदर्शन किया लेकिन नतीजा शून्य रहा और आज भी ग्रामीण सीमेंट के विद्युत पोल से गुजरकर नदी पार कर अपने घर पहुंच पाते हैं।
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